माना की जीना मुश्किल और मरना आसान बहुत है पर अभी मुझे ज़िंदगी में करने काम बहुत है माना की जीना मुश्किल और मरना आसान बहुत है पर अभी मुझे ज़िंदगी में करने काम बहु...
प्राप्ति का मोल भला क्या ? जो सुकून की मौहलत नहीं । प्राप्ति का मोल भला क्या ? जो सुकून की मौहलत नहीं ।
ये जीवन कोई खेल नहीं ईश्वर की अनमोल भेंट नई आलस्य का जहाँ स्थान नहीं ये जीवन कोई खेल नहीं ईश्वर की अनमोल भेंट नई आलस्य का जहाँ स्थान नहीं
माँ पूजनीय दया की देवी माँ के बिना ना कोई दुनिया मेरी। माँ पूजनीय दया की देवी माँ के बिना ना कोई दुनिया मेरी।
छोड़कर घर का सुख, जो सीमा पे जाता है। दुश्मन की छातियों पे, तिरंगा गाड़ आता है। छोड़कर घर का सुख, जो सीमा पे जाता है। दुश्मन की छातियों पे, तिरंगा गाड़ आता है।
पर्वतों को हिलाने का हुनर रखती है वो मुश्किल वक्त में भी कदम डगमगाते नहीं पर्वतों को हिलाने का हुनर रखती है वो मुश्किल वक्त में भी कदम डगमगाते नहीं